किसी का चेहरा खुशी से खिल गया
किसी का दिल दर्द से दहल गया
जो मिल न सकता था किसी तरह
बस उसी के लिए मन मचल गया
कोशिशों से रास्ता तो मिल गया
पर, चलने का वक्त निकल गया
गिरा दी किसी ने गरीब की झोंपडी
वही पर किसी का महल बन गया
आजकल वह बावरा बना फिरता है
शायद किसी की नज़रों का जादू चल गया
bahut khub janab but ye likha kisko socchke gaya hai....
जवाब देंहटाएंupcoming Gulzar
Tushika
yahan par gajal ki class chaltee hai kuch seekh leejiye
जवाब देंहटाएंwww.subeerin.blogspot.com
aur ye par kar sach batawoon to mera nazariya ....badal gaya ....aur kaya kaya badloon ..koi aa ke mere pass mera sabkuch kuchal gaya
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